ज़रा सोचिये साहित्य की पूरी अभी तक की यात्रा को फिर से तय करना हो तो भी...
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क्या मैं 5 पहनना चाहिए आपकी मदद कर सकता उसे फिर से तय करना है जो अच्छे कपड़े में पहनने के लिए?
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क्या मैं 3 पहनना चाहिए आपकी मदद कर सकता उसे फिर से तय करना है जो अच्छे कपड़े में पहनने के लिए?
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2014 में मैं एस एस वापस लेने और हम जीवन के लिए फिर से तय करना चाहिए शुरू करने के लिए सक्षम होना चाहिए!!
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नीलम जी ने बहुत अच्छा लिखा कि “साहित्य होता है इसका कोई विभाजन नही हो सकता सिवाय इसके कि अच्छा या बुरा ” कम से कम इतना बिखराव कर कोई कर देता है शायद...मैं तो कर देता हूँ जब भी कुछ पढता हूँ...इसलिए इस विभाजन या बिखराव को बिलकुल नैसर्गिक मानता हूँ मैं....रही बात साहित्य मैं विभिन्न प्रचलित विभाजनो की (जो कि cartoon मैं स्पष्ट हैं) उनमे से कुछ सही भी लगते हैं मुझे....ज़रा सोचिये साहित्य की पूरी अभी तक की यात्रा को फिर से तय करना हो तो भी...